बहुत समय बीत गया
कलम मेरी चली नहीं...
कुछ बात तो होगी ..
जो वजह कोई मिली नहीं ..
कुछ नहीं मेरे दायरे में ऐसा
जिस पर कुछ लिख सकूँ
किसी ओर रुख किया तो
कोई राह नज़र आई नहीं
कोई कसक नहीं जो कह सकूँ
कोई दर्द नहीं जो बता सकूँ
कोई ख़ुशी होती तो बाँट लेता
पर वो भी दामन में आई नहीं
बहुत समय बीत गया
कलम मेरी चली नहीं...
कुछ बात तो होगी ..
जो वजह कोई मिली नहीं ..
Friday 28 May 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
2 comments:
bahut khoob
Kya baat Kya baat Kya baat!
Post a Comment